भू - बलवान / जिंकाल

  • इसके प्रयोग से फसल हरि-भरी होती है।

  • इसके प्रयोग से धान में खैरा रोग नहीं होता है।

  • इसके प्रयोग से फल एवं पौधों के आकार में संख्या में वृद्धि होती है।

  • इसके प्रयोग से फूलों एवं पौधों के सड़न एवं फलों के फटने गिरने से भोक्ता है।

  • इसके प्रयोग से उत्पादन में 25% की वृद्धि होती है।

इसको किसी भी खाद में 5 क्रिगा प्रति एकड़ प्रयोग करें।

धान, गेहूं, गन्ना, मेन्था, आलू, सब्जियों, फलों, फूलों एवं समस्त फसलों में उपयोगी है।

Zn-6%, Fe-3%, Cu-0.5%, Mn-1.5%, Extra Magnesium 4%, Sulphur 10%